संदेश

अक्तूबर 27, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पृथ्वी और मानव का प्रारम्भिक इतिहास

 पृथ्वी और मानव का प्रारम्भिक इतिहास       मानव इतिहास का मूल स्रोत पृथ्वी है और जिसकी आयु के साथ मानव इतिहास निरन्तर प्रगतिशील होता जा रहा है। वैज्ञानिकों का मत है कि ‘‘हमारी पृथ्वी 4.6 अरब वर्ष पुरानी है।’’ लेकिन मानव इतिहास इतना प्राचीन नहीं है। जीव वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी पर एक क्रमिक विकास के तहत प्राणियों का विकास हुआ। मानव का आरम्भिक इतिहास इस पृथ्वी पर लाखों वर्ष प्राचीन रहा है। लेकिन मानव इतिहास से भी प्राचीन ‘पृथ्वी का इतिहास’ भूवैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती से कम न था। पृथ्वी की ‘शैल रचना’ और ‘प्राणी जगत उत्पत्ति सिद्धांत’ के आधार पर भूगर्व वैज्ञानिकों ने शैल-निर्माण कालानुक्रम को निर्धारित किया है, जो ‘‘पृथ्वी के इतिहास के लिए एक पंचांग के रूप में काम करता है।’’ शैल आयु निर्धारण के उद्देश्य से भूवैज्ञानिकों ने समय को दो ‘अवधि’- पूर्व कैम्ब्रियन दृश्यजीवी बांटा है। इन दो ‘अवधि’ को चार महाकल्प- पूर्व कैम्ब्रियन, पुराजीवी, मध्यजीवी और आद्यजीवी महाकल्प में विभाजित किया है। पूर्व कैम्ब्रियन महाकल्प सबसे प्राचीन महाकल्प है, जिसे प्रथम महाकल्प कहते हैं और जिसकी अवधि पृथ्वी की